शुक्राणुओं को बढ़ाने के आयुर्वेदिक तरीके (Sperm Count Badane Ke Ayurvedic Tarike)
कौंच बीज चूर्ण का शुक्राणुओं और स्टैमिना बढ़ाने में प्रयोग (kaunch beej ka sperm count aur stamina increase karne me use in Hindi )
आयुर्वेद में कौंच (kaunch beej ke phayade in hindi) को कैवांच, कपिकच्छु के नाम से भी जाना जाता है वेलवेट बीन के नाम से भी जाना जाता है, इसका वैज्ञानिक नाम म्यूकुना प्रुरियन्स (mucuna pruriens) है| आयुर्वेद के अनुसार कौंच के गुण (characteristics and qualities of kaunch ) कौंच वीर्यवर्धक, मधुर, पुष्टिकारक, भारी, कड़वा, वातनाशक , स्निग्ध, उष्णवीर्य, बलदायक और कफ, पित्त तथा रुधिर विकार नाशक है और इसके बीज अत्यंत वाजीकारक हैं|
कौंच बीज चूर्ण लेने का तरीका (How to take Kaunch beej in Hindi)
कौंच के बीजों को प्रयोग करने से पहले इन्हे शुद्ध किया जाता है. जितनी मात्रा (वज़न ) में बीज हों उनसे चौगुनी मात्रा में दूध लेकर , दूध में बीज डाल दें व् उबलने के लिए आग पर चढ़ा दें. जब दूध खूब उबलने लगे तब १-२ बीज निकाल कर देखें. यदि छिलका नरम और निकलने योग्य हो गया हो तो उतार कर ठंडा कर लें बीजों को छाया में सुखाकर कूट-पीस कर महीन चूर्ण बनाकर प्रयोग किया जाता है.|
कौंच बीज चूर्ण आधा से एक चम्मच (dose of Kaunch beej churna) एक गिलास के एक से दो बार ले | ये चूर्ण यौन-दौर्बल्य और विकार दूर करने के लिए यह वाजीकारक जड़ी-बूटियों के रूप में सर्वश्रेष्ठ है क्यूंकि यह यौनांग की शिथिलता व् नपुंसकता दूर करती है, शरीर में शुक्र धातु की पुष्टि व् वृद्धि करती है और स्तम्भन शक्ति बढ़ा कर शीघ्रपतन रोग को समाप्त करती है|
गोक्षुर चूर्ण का शुक्राणु और स्टैमिना बढ़ाने में प्रयोग(Gokshur churna ka sperm count aur stamina increase karne me use in Hindi)
आयुर्वेद अनुसार गोखरू((Gokshur churna ke phayade in hindi) की जड़ और फल शीतल, पौष्टिक,बल्यवर्धक, रसायन, भूख बढाने वाले होता है साथ ही ये अन्य मूत्र सम्बन्धी बिमारियों में लाभदायक है | गोक्षुर रस में मधुर, गुणों में गुरु एवं स्निग्ध, विपाक में मधुर एवं तासीर में ठंडा होता है अर्थात इसका वीर्य शीत होता है | दोषकर्मानुसार यह वातपितशामक एवं कफ वृद्धक होता है | यह शरीर में शुक्र का वर्द्धन करता है एवं बल्य रसायन का कार्य करता है |
गोक्षुर चूर्ण लेने का तरीका (How to take Gokshurachurn in Hindi)
गोक्षुर चूर्ण आधा से एक चम्मच (dose of Kaunch beej churna) एक गिलास के एक से दो बार ले | ये चूर्ण यौन-दौर्बल्य और शिथिलता व् नपुंसकता दूर करता है साथ ही शरीर में शुक्र धातु की पुष्टि व् वृद्धि करता है और स्तम्भन शक्ति बढ़ा कर शीघ्रपतन रोग को समाप्त करता है|
गोक्षुर चूर्ण लेने का तरीका (How to take Gokshurachurn in Hindi)
गोक्षुर चूर्ण आधा से एक चम्मच (dose of Kaunch beej churna) एक गिलास के एक से दो बार ले | ये चूर्ण यौन-दौर्बल्य और शिथिलता व् नपुंसकता दूर करता है साथ ही शरीर में शुक्र धातु की पुष्टि व् वृद्धि करता है और स्तम्भन शक्ति बढ़ा कर शीघ्रपतन रोग को समाप्त करता है|
अश्वगंधा का शरीर का स्टैमिना बढ़ाने में प्रयोग(Ashwagandha ka body stamina ko increase karne use in Hindi
अश्वगंधा(Ashwagandha churna ke phayade in hindi) आयुर्वेदिक की एक बहुत ही प्रसिद्ध और गुणकारी औषधी है अश्वगंधा को english में Winter cherry कहा जाता है। अश्वगंधा यह संस्कृत नाम है। अश्वगंधा का मतलब होता है घोड़े की सुगंध मतलब जब आप इसकी सुगंध लेते है तो वह घोड़े के सुगंध जैसे लगती है| अश्वगंधा शरीर के कमजोरी को दूर कर स्टैमिना बढाने में सहायक होता है साथ ही ये स्ट्रेस को कम कर यौन शक्ति को भी बढाता है |
अश्वगंधा चूर्ण लेने का तरीका (How to take Ashwagandha churna in Hindi)
अश्वगंधा को शुक्रल कहा गया है, यानी कि शुक्राणुओं की मात्रा को बढाने में सहायक होता है.. इसके लिए आपको आधा चम्मच अश्वगंधा का चूर्ण आधा चम्मच केवाच बीज के चूर्ण को इनके एक साथ मिलाकर आधा गिलास गाय के दूध और आधा लीटर पानी में एक साथ मिलाकर मिक्स करना है. और उसे तब तक उबालना है. जब तक उबलकर आधा गिलास दूध नहीं बच जाता है. तब तक उबालते रहना है. फिर इसके अंदर आप थोड़ी चीनी भी मिला सकते हैं. और यदि आप चीनी नहीं मिलाना चाहते तो आप बिना चीनी मिला इसको पी सकते हैं|
शिलाजीत का शरीर के कमजोरी दूर करने में प्रयोग (Shilajit ka body weakness kam karne use in hindi
सफ़ेद मुसली का शुक्राणुओं और स्टैमिना बढ़ाने में प्रयोग (Safed musli ka sperm count badane me use in Hindi
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